टिकाऊ भविष्य के निर्माण में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की महत्वपूर्ण भूमिका
जालंधरः पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए उत्साह और जागरूकता पैदा करने, स्थायी भविष्य के लिए पृथ्वी को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में योगदान देने की आशा के साथ पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा हरित उपभोक्ता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्रों और शिक्षकों को संबोदन करते हुए साइंस सिटी के निदेशक डा. राजेश ग्रोवर ने कहा कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में पर्यावरणीय चुनौतियों को बहुत तेजी से और सटीक रूप से हल करने और बदलाव लाने की क्षमता है। इस अवसर पर डा. ग्रोवर ने उपस्थित छात्रों को ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और निगरानी, जलवायु परिवर्तन और अपशिष्ट को कम करने और वन्यजीव संरक्षण में तेजी लाने में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की परिवर्तनकारी भूमिका के बारे में जानकारी दी। कहा कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में टिकाऊ प्रथाओं का समर्थन करने की क्षमता है, जो हमारे ग्रह को हरा-भरा और अधिक लचीला बना सकती है।
इस अवसर पर उपस्थित छात्रों और शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए साइंस सिटी वैज्ञानिक-डी और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मोनिश सोइन ने छात्रों को अपने स्कूलों और घरों में शून्य अपशिष्ट प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके वे जहां स्थिरता लाएंगे, ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाएंगे और क्षमता में सुधार करेंगे, वहीं उपभोक्ताओं के लिए लंबे समय तक साफ और स्वच्छ ऊर्जा की पहुंच भी सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर, "जीरो वेस्ट चैलेंजेस" पर स्कूली बच्चों की एक प्रोजेक्ट मॉडल प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें पंजाब भर से 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और अपने स्कूलों में जीरो वेस्ट प्रथाओं पर आधारित नवीन मॉडलों का प्रदर्शन किया।इस प्रतियोगिता में साईं दास एएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर ने पहला पुरस्कार, संत प्राणपाल सिंह कॉन्वेंट स्कूल बेगोवाल ने दूसरा पुरस्कार जीता, जबकि श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल सनोरा भोगपुर को तीसरा पुरस्कार मिला।
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