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जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट काे 'नहीं अदालती आदेशाें की काेई परवाह', अलाटियाें का 45 कराेड़ बकाया, हर बार चेयरमैन दे रहे सिर्फ "लालीपाप" !

PUBLISH DATE: 18-09-2024

जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट जहां आज तक आम जनता की काेई इंप्रूवमैंट नहीं हुई और लंबे समय से कराेड़ाें रूपए के फर्जीवाड़े व जालसाजियाें के दम पर कुछ लाेग आज कराेड़पति बन चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार व जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के ऊपर भराेसा जताकर अपनी खून-पसीने की गाढ़ी कमाई काे एक अंधे कुएं में डालने वाले भाेले-भाले लाेग आज खून के आंसू राे रहे हैं। हाल ही में चेयरमैन जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा अपने ही एक ईओ एवं 3 कलर्काें काे करप्शन का आरोपी बताकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के बाद से लेकर अब तक न केवल जालंधर बल्कि पूरे प्रदेश में एक बार फिर से जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट सुर्खियां बटाेर रहा है।


अभी एफआईआर विवाद थमा भी नहीं है और पूरे प्रदेश के अंदर चेयरमैन जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट जगतार सिंह संघेड़ा के खिलाफ राेष प्रकट करते हुए कलमछाेड़ हड़ताल पर जा चुके हैं। वहीं अब जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट स्कीमस अलाटीस ज्वाईंट एक्शन कमेटी की तरफ से बुधवार काे एक प्रैस वार्ता करके अवग-अवग स्कीमाें के कई अलाटियाें की लगभग 45 कराेड़ रूपए बकाया न लौटाए जाने काे लेकर गहरा राेष प्रकट किया।


45 कराेड़ की कुल राशी है बकाया, चेयरमैन व अधिकारी साे रहे कुंभकर्णी नींद


पिछले लंबे समय से जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट की विभिन्न स्कीमाें के अलाटियाें के हक का आवाज़ बुलंद करके उनकी लड़ाई लड़ रहे दर्शन सिंह ने बताया, कि मौजूदा समय के अंदर जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट की अलग-अलग स्कीमों जैसे कि इंदिरा पूरुम मास्टर गुरबंता सिंह एन्कलेव ( 2006), बीबी भानी कांपलैक्स (2010) और सूर्या एन्कलेव एक्सटैंशन (2011 व 2016) के अलाटियाें का लगभग 45 कराेड़ रूपए जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट की तरफ बकाया है। जिसकाे लेकर बड़ी गिनती में माननीय अदालत के अंदर केस भी दायर किए जा चुके हैं। जिसके अंदर बहुत से केसाें मे पैसे वापिस लौटाने का आदेश भी जारी हाे चुका है। बावजूद इसके जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन एवं अधिकारी कुंभकर्णी नींद साे रहे हैं। इनकाे अलाटियाें की परेशानियाें की रत्ती भर परवाह नहीं है। 


उन्हाेंने कहा कि बार-बार अदालती आदेश आने के बावजूद आजतक उनका पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत हाेता है कि जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन एवं अधिकारियाें काे न तो ज़िला, स्टेट एवं नैशनल कंज्यूमर डिस्पयूट रिडरैसल कमीशन के आदेशाें की काेई परवाह है और न ही वह अलाटियाें का पैसा वापिस लौटाने को लेकर गंभी हैं।


150 से अधिक नान-बेलेबल वारंट जारी हाेने के बाद भी नहीं सरक रही कानाें से जूं



दर्शन सिंह ने बताया कि बड़ी हैरानी वाली बात है, कि पिछले समय के दौरान माननीय अदालत द्वारा 150 से अधिक नान-बेलेबल वारंट जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के अधिकारियाें आदि के निकाले जा चुके हैं। मगर आज तक पुलिस प्रशासन द्वारा इनकी तामील करवाने की काेई काेशिश ही नहीं की गई। बल्कि करप्ट व आम जनता के काम न करने वाले अधिकारियाें काे बचाने के लिए एड़ी-चाेटी का ज़ाेर लगाने में काेई कसर बाकी नहीं छाेड़ रहे हैं। 


कुछ समय पहले ही काेर्ट ने जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट काे दिया था बड़ा झटका, पर इनकाे नही पड़ा काेई फर्क ?


पिछले लंबे समय से जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट की विभिन्न स्कीमाें के अलाटियाें के हक का आवाज़ बुलंद करके उनकी लड़ाई लड़ रहे दर्शन सिंह ने बताया कि हाल ही में ज़िला उपभाेक्ता फाेरम की तरफ से जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट काे एक बहुत बड़ा झटका देते हुए 8 केसाें में एक आदेश जारी किया था। जिसके अंतर्गत अब जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट काे ऑइन 8 केसाें में 45 दिन के अंदर-अंदर 1.2 कराेड़ की राशी का भुगतान करना हाेगा। ऐसा न करने की सूरत में 9 प्रतिशत की दर से पढ़ रहा ब्याज बढ़कर 12 प्रतिशत हाे जाएगा। मगर आज तक जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन या अधिकारियाें काे इस आदेश से काेई फर्क ही नहीं पड़ा है।


किस-किस अलाटी का कितना था असल बकाया और कितना बन गया ब्याज ?


दर्शन सिंह का कहना है कि काेर्ट द्वारा सुनाए गए फैसे में इंदिरापुरम स्कीम के मास्टर गुरबंता सिंह एन्कलेव से 7 अलाटियाें नंद रानी, मीनू, कृष्ण गाेपाल, घनश्याम, गुरकीरत सिंह अर्शप्रीत सिंगला एवं मोहित सिंगला का 2006-07 से 32 लाख असल बकाया था और बीबी भानी कांपलैक्स स्कीम से एक अलाटी गौरव गुप्ता का 2010-11 से 6.5 लाख  रूपए असल बकाया पड़ा हुआ है। जाे जालंधर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा पैसे वापिस न लौटाने की वजह से अब ब्याज सहित 1.20 लाख रूपए हाे चुका है। उन्हाेंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा ताे यह राशी और भी बड़ सकती है, जिससे सरकार काे केवल नुक्सान ही उठाना पड़ेगा।