एक बेटे से बाप की अंतिम निशानी उसकी जायदाद को छीनने में पावरकाम अधिकारी बने सहायक !

पैसे लेकर उतारा बिजली मीटर, एनआरआई बेटे ने दी शिकायत
कारवाई करने की जगह लगा दिए नए मीटर, सीएम भगवंत मान से मां-बेटा लगाएंगे गुहार
जालंधर के पावरकाम विभाग की महिमा अपरमपार है। यहां पैसाें के लालच में अधिकारी व कर्मचारी हर तरह का गैरकानूनी काम करने से रत्ती भर गुरेज नहीं करते। जहां एक तरफ पंजाब की मान सरकार एवं सीएम भगवंत सिंह मान ने प्रदेश की जनता काे मुफ्त बिजली देकर इस विभाग की साख में इजाफा किया, वहीं दूसरी तरफ कुछ लालची किस्म के अधिकारी व कर्मचारी सारे नियम व कायदे-कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाने का काम करने मे लगे हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला जालंधर के आदर्श नगर बिजली घर से सामने आ रहा है। जहां एक एनआरआई बेटे के पिता की आखिरी निशानी उसका एक प्लाट उसके मामा द्वारा धाेखे से कब्ज़ा करके किसी अन्य काे बेचने के गंभीर आराेप लग रहे हैं। इस पूरे मामले में सबसे एहम भूमिका पावरकाम विभाग की सामने आ रही है। जिसको लेकर एनआरआई बेटे द्वारा अब न केवल इस संबधी इस मामले से जुड़े सभी अधिकारियाें की निजी तौर पर पावरकाम कमीशन (ट्रिब्यूनल) में लिखित शिकायत दर्ज करवाई जा रही है बल्कि प्रदेश के सीएम भगवंत मान से निजी तौर पर मिलकर पूरे मामले की शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाने की तैयारी भी की जा रही है।
क्या है मामला, कैसे पावरकाम के अधिकारियाें ने कानून की सरेआम उड़ाई धज्जियां
प्राप्त जानकारी के अनुसार आस्ट्रेलिया में रहने वाले एक एनआरआई सतनाम सिंह के पिता की मौत कई साल पहले हाे गई थी। उसके पिता का एक प्लाट जालंधर के आदर्श नगर के पास स्थित मिट्ठू बस्ती इलाके में है। जिसमें कई सालाें से एनआरआई बेटे के पिता के नाम से बिजली का मीटर भी लगा हुआ था।
एनआरआई बेटे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उसके मामा ने उसकी माता की एक जाली पावर आफ अटार्नी के आधार पर पावरकाम विभाग में उसके पिता के नाम पर चल रहे बिजली मीटर काे काटने का आवेदन दिया। जिसे उक्त जाली पावर आफ अटार्नी काे आधार बनाकर बिना किसी जांच के उस समय वहां तैनात अधिकारियाें द्वारा उतार (डिसक्नैक्ट कर) दिया गया।
इस संबंधी जब एनआरआई बेटे काे पता लगा ताे उसने पुलिस व अन्य विभागाें के साथ-साथ पावरकाम में इस संबधी लिखित शिकायत दर्ज करवाई। एनआरआई बेटे का कहना है कि उसने आदर्श नगर में तैनात एसडीओ काे निजी तौर पर मिलकर भी पूरे मामले की जानकारी दी। इसके साथ ही इस बात की गुहार भी लगाई गई कि उसके पिता के नाम वाला मीटर वहां दाेबारा से लगाया जाए और जब तक इस मामले की पूरी जांच-पड़ताल नहीं हाे जाती, वहां किसी अन्य के नाम पर मीटर न लगाया जाए। इसके साथ ही एनआरआई सभा, पुलिस प्रशासन, पारवकाम विभाग के साथ-साथ माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकाेर्ट में भी याचिका दायर कर दी।
एनआरआई बेटे का कहना है कि इतना सब कुछ पता हाेने के बावजूद लालची किस्म के अधिकारियाें ने केवल चंद पैसाें के लालच में बिना किसी जांच-पड़ताल के उसकी जायदाद में किसी अन्य के नाम पर मीटर भी लगा दिए, जाे न केवल गल्त है बल्कि गैर-कानूनी भी है। क्याेंकि इस मामले में पूरी पड़ताल किए बिना इस प्रकार से मीटर लगाने से साफ तौर पर पता लगता है कि उनकी तरफ से पैसे लेकर यह गैर-कानूनी काम किया गया है।
एनआरआई ने कहा कि कौन सच्चा है कौन झूठा इसका फैसला ताे माननीय अदालत एवं प्रशासनिक अधिकारियाें की जांच में साबित हाे ही जाएगा, मगर इस प्रकार से मीटर लगाकर पावरकाम अधिकारियाें ने न केवल उसके साथ बल्कि अपनी ड्यूटी के साथ भी धाेखा किया है।
इस संबधी जब एसडीओ एवं अन्य अधिकारियाें से बात करने की काेशिश की गई ताे उन्हाेंने फाेन नहीं उठाया जिससे उनका पक्ष नहीं प्राप्त हाे सका। जैसे ही उनसे बात हाेगी उनका पक्ष भी प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।

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