जालंधर डीसी दफ्तर के सबसे विवादित व दागी कलर्क ने एक फिर से खेला अपना दांव, मलाईदार सीट पर नियुक्ति लेने में हुआ सफल !
करप्शन की शिकायतों का पहले ही लगा है अंबार, विजिलैंस के भी है राडार पर
जालंधर डीसी दफ्तर (DC OFFICE JALANDHAR) काम करने वाले कर्मचारी (EMPLOYEES) कई बार किसी न किसी बात काे लेकर चर्चा का विषय बने रहते हैं, मगर एक ऐसा भी कर्मचारी है जिसका विवादाें के साथ चाेली-दामन का साथ बना रहता है। इस कलर्क की तगड़ी सैटिंग, ऊंची पहुंच व जुगाड़ तकनीक का पूरे ज़िले में काम करने वाले कर्मचारी लाेहा मानते हैं। वैसे ताे यह कलर्क (CLERK) तरक्की (PROMOTION) लेकर नायब तहसीलदार (NAIB TEHSEELDAAR) बनने का सपना (DREAM) अपने मन में संजाेए बैठा है। मगर इसकी आत्मा कहीं न कहीं सब-रजिस्ट्रार दफ्तर (SUB-RESGISTRAR OFFICE) और खास तौर पर आरसी (REGISTRY CLERK) की कुर्सी में ही बसती है।
शायद यही कारण है कि बार-बार उक्त कलर्क द्वारा काेई न काेई तिकड़म लड़ाते हुए अपनी पाेस्टिंग (POSTING) बतौर आरसी करवाने के लिए जुगाड़ लगाए जाते रहे हैं। हालांकि उसके द्वारा की गई करप्शन (CORRUPTION) की सूची इतनी बड़ी है कि शायद ही उसके पूरे कार्यकाल के दौरान काेई अधिकारी उसे इस तरह की पब्लिक डीलिंग (PUBLIC DEALING) वाली सीट पर तैनात करे, मगर कहते हैं न कि "हमारे सैंया भये कोतवाल हमें डर काहे का !"। शायद इसी कहावत काे सच साबित करते हुए उक्त कलर्क की तैनाती ढेराें शिकायतों के बावजूद आरसी जैसी मलाईदार सीट पर हाे जाती है।
पढ़ें हाल ही में डीसी द्वारा जारी तबादलों की सूचि, जिसमें उक्त कलर्क का भी नाम बतौर आर सी अंकित है
विजीलैंस ने एक शिकायत मामले में नाम आने पर आरसी के पद से हटाने के लिए लिखा था पत्र
विजीलैंस ब्यूराे (VIGILENCE BUREAU) ने लगभग 2 साल पहले तत्कालीन डीसी (DEPUTY COMMISSIONER) काे एक पत्र लिखा था, जिसमें निवेदन किया गया था, कि सब-रजिस्ट्रार 2 दफ्तर जालंधर में बतौर आरसी के पद पर तैनात उक्त कलर्क गुरचरण सिंह काे जालंधर से बाहर किसी अन्य ज़िले में भेजा जाए, क्याेंकि उनकी जांच इसकी वजह से प्रभावित हाे रही है।
पूर्व अधिकारी ने भी इसके खिलाफ डीसी काे लिखा था पत्र
इस कलर्क के कारनामाें की लिस्ट बहुत बड़ी है। एक काफी गंभीर मामले में भी इसके सीनियर अफसर सब-रजिस्ट्रार 2 ने डीसी काे एक पत्र लिखकर इसकी बदली किसी अन्य जगह करने के लिए लिखा था। वैसे यह भी बताने लायक है कि दफ्तर की बदनामी न हाे इसके चलते उस समय मामले काे अधिक तूल नहीं दिया गया, मगर अपने ही सीनियर अधिकारी की पीठ पीछे गलत काम करनेकी वजह से ही उक्त कलर्क का तबादला हुआ था।
मामले की गंभीरता काे देखते हुए रूक सकता है तबादला, डीसी के पास पहुंच चुकी है पूरी जानकारी
डीसी दफ्तर के सूत्रों की मानें ताे इस मामले की गंभीरता काे देखते हुए कुछ दिन पहले हुए तबादले पर राेक लग सकती है। क्याेंकि डीसी के पास इस कलर्क काे लेकर पूरी जानकारी पहुंच चुकी है। और डीसी भी इसकाे लेकर जल्दी ही काेई कड़ा कदम उठा सकते हैं। क्याेंकि जालंधर के वर्तमान डीसी हिमांशु अग्रावाल के बारे में जानने वाले लाेगाें का कहना है कि वह किसी भी कीमत पर करप्शन काे बर्दाशत नहीं करते हैं और ऊपरी तौर पर चाहे वह कितने ही शांत स्वभाव के नज़र आते हों, मगर इस प्रकार की कारगुज़ारी काे वह किसी भी कीमत पर नज़रअंदाज़ नहीं करने वाले हैं।
वैसे तबादला रूकता है या नहीं यह ताे आने वाला समय ही बेहतर बताएगा, मगर जिस दिन से इसके तबादले का आदेश जारी हुआ है, पूरीे डीसी दफ्तर एवं तहसील में इसी काे लेकर चर्चा जारी है।
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