09:49 Tue, Sep 16, 2025 IST
jalandhar
polution 66 aqi
29℃
translate:
Tue, Sep 16, 2025 11.26AM
jalandhar
translate:

जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट : चेयरमैन ने अलॉटियों को जल्द पेमेंट्स देने का दिया आश्वासन !

PUBLISH DATE: 08-09-2025

70 करोड़ बकाया बना बड़ी चुनौती, सालाना पड़ रहा है 7 करोड़ का केवल ब्याज


जालंधर, 8 सितंबर : जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रमनीक सिंह से सोमवार को वरिष्ठ एम.एल. सहगल, दर्शन सिंह और जतिंदर मोहन शर्मा ने  विशेष भेंट की। इस दौरान जहां नए चेयरमैन का फूलों का गुलदस्ता भेंट करके उनका स्वागत किया गया, वहीं दूसरी तरफ ट्रस्ट से जुड़ी विकास योजनाओं और अलॉटियों को भुगतान संबंधी लंबित मामलों पर भी गंभीर चर्चा हुई। चेयरमैन ने मुलाकात के दौरान भरोसा दिलाया कि जल्द ही अलॉटियों को उनकी पेमेंट्स जारी कर दी जाएंगी।


गौरतलब है कि जुलाई 2023 से ट्रस्ट की विभिन्न स्कीमों जैसे कि इंद्रापुरम, बीबी भानी कॉम्प्लेक्स और सूर्य एन्क्लेव एक्सटेंशन के अलॉटियों को भुगतान लगभग बंद पड़ा हुआ है। इससे करीब 70 करोड़ रुपये का बकाया बन चुका है। इस देरी से न केवल अलॉटियों में रोष बढ़ रहा है, बल्कि ट्रस्ट की साख पर भी असर पड़ रहा है।


यहां बताने लायक है कि पूर्व चेयरपर्सन राजविंदर कौर थियाड़ा ने अपने कार्यकाल के दौरान पेमेंट्स की प्रक्रिया को आंशिक रूप से पुनः शुरू करवाया था। मगर उनके पद छोड़ने के बाद हालात फिर से बिगड़ गए। अब नए चेयरमैन के आश्वासन से अलॉटियों को कुछ राहत की उम्मीद बंधी है।


कोर्ट भी अलॉटियों के हक़ में


कई सालों से लंबित बकाया राशी के भुगतान को लेकर चल रहे सैंकड़ो मामले को लेकर अलॉटियों ने कई बार अदालत का दरवाज़ा खटखटाया। नतीजतन, माननीय अदालत लगातार उनके पक्ष में फैसले दे रही है। कोर्ट के आदेशों के बावजूद भुगतान में आ रही देरी ने ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


लगातार बढ़ रहा है ब्याज का बोझ


ट्रस्ट की वित्तीय स्थिति भी इन दिनों डगमगाई हुई है। अलॉटियों को लंबित भुगतान और योजनाओं में आई रुकावट के कारण ट्रस्ट पर सालाना लगभग 7 करोड़ रुपये का ब्याज चढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो यह बोझ और भी बढ़ सकता है।


स्थायी ई.ओ. की नियुक्ति को लेकर लगातार उठ रही है मांग


बैठक के दौरान चेयरमैन के साथ आए प्रतिनिधियों ने एक और अहम मुद्दा उठाया कि ट्रस्ट में स्थायी ई.ओ. की नियुक्ति। वर्तमान समय में ट्रस्ट के पास स्थायी ई.ओ. है ही नहीं। पहले राजेश चौधरी को अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया था, लेकिन हाल ही में उनका तबादला हो गया। नतीजतन, ट्रस्ट की कई प्रशासनिक और वित्तीय फाइलें अटकी हुई हैं। चेयरमैन को इस विषय में तत्काल कदम उठाने की मांग की गई ताकि ट्रस्ट की कार्यप्रणाली में स्थिरता आ सके।


चेयरमैन ने दिया बकाया के जल्दी भुगतान भरोसा


मुलाकात के बाद चेयरमैन रमनीक सिंह ने भरोसा दिलाया कि ट्रस्ट अलॉटियों को उनकी पेमेंट्स देने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता योजनाओं को पटरी पर लाना और अलॉटियों का विश्वास बहाल करना है। साथ ही, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि ट्रस्ट जल्द ही राज्य सरकार के साथ मिलकर स्थायी ई.ओ. की नियुक्ति के लिए कदम उठाएगा।


अलॉटियों की निगाहें अब ट्रस्ट पर


लगातार कानूनी लड़ाई, करोड़ों का बकाया और ब्याज का बोझ, इन सबके बीच जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। चेयरमैन के आश्वासन से अलॉटियों को नई उम्मीद ज़रूर मिली है, मगर सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि यह वायदा कब तक हक़ीक़त में बदलता है।