'जाली वसीयत' बनाने में माहिर सब-रजिस्ट्रार-1 में तैनात 'प्राईवेट करिंदे' के कारनामों की लिस्ट बहुत 'बड़ी' !
'बिना एनओसी' के रजिस्ट्री करवाने से लेकर हर तरह का 'टेढ़ा काम' करवाने में है इसका 'हाथ' !
'दबंगई' का आलम इतना कि सरेआम करता 'दावा' - "अफसर व प्रशासन मेरी जेब में, मेरी पहुंच सीएम तक, मेरा काेई कुछ बिगाड़ नहीं सकता" !
जालंधर के सब-रजिस्ट्रार-1 में तैनात 'प्राईवेट करिंदे' के कारनामों की लिस्ट बहुत 'बड़ी' है। अंग्रेज़ी नाम वाले इस प्राईवेट करिंदे की सैटिंग का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय के अंदर अगर तहसील में काेई भी गलत काम हाेता है ताे अधिकतर कामों में इसी का हाथ बताया जा रहा है। सूत्राें का कहना है कि चाहे जाली एनओसी लगाकर रजिस्ट्री करवाकर बाद में उसे गायब करना हाे या फिर किसी प्रकार के भी गल्त व जाली दस्तावेज़ाें के सहारे काेई भी टेढ़ा काम करना हाे इसके लिए बांए हाथ का काम है। इतना ही नहीं इसकी दबंगई का ताे यह आलम है कि पूरी तहसील में यह सरेआम दावा करता दिखाई देता है कि सभी अफसर व प्रशासन उसकी जेब में हैं, और इसकी पहुंच ताे सीधा सीएम तक है, इसलिए उसका काेई भी कुछ बिगाड़ ही नहीं सकता।
हर महीने कर रहा लाखाें रूपए की काली कमाई
इस महारथी प्राईवेट करिंदे द्वारा मौजूदा समय के अंदर तहसील में सबसे अधिक काली कमाई किए जाने की सूचना है। सूत्रों का कहना है कि तहसील में काम करने वाले पुराने वसीका नवीस भी झाेल वाले सारे काम इसकी के माध्यम से करवा रहे हैं। क्याेंकि अफसराें का यह काफी चहेता है। इसके खिलाफ कई बार शिकायतें आने पर भी काेई कारवाई न करते हुए इसके सभी सही-गलत काम काे पहल के आधार पर करने से ही लाेगाें में यह धारण बन चुकी है कि इसका काेई काम नहीं रूकता है इसलिए इसको ही काम देने में फायदा है।
माेबाईल काल डिटेल एवं व्हाटसएप चैटिंग की जांच से खुल सकते हैं कई राज़
सूत्रों की मानें ताे इसके पूरे नैटवर्क की जानकारी इसके 2 माेबाईल नंबराें की काल डिटेल एवं व्हाटसएप चैट की जांच करने से मिल सकती है। अगर पुलिस एवं ज़िला प्रशासन द्वारा इसकी गहन पड़ताल की जाती है ताे कई बड़े चेहरे भी बेनकाब हाे सकते हैं, जाे इस पूरे गोरखधंधे में प्राईवेट करिंदे का साथ दे रहे हैं।
शाम काे सब-रजिस्ट्रार दफ्तर के अंदर ही सजती है शराब व कबाब की महफिलें
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम काे जब पब्लिक डीलिंग खत्म हाे जाती है और लगभग सभी कर्मचारी सब-रजिस्ट्रार बिल्डिंग से अपने-अपने घर चले जाते हैं ताे यह प्राईवेट करिंदा सबसे आखिर में जाता है। और हफ्ते में कई दिन यह सरकारी दफ्तर में ही अपने कुछ साथियाें के साथ जाे यहां जालसाजी एवं फर्जीवाड़े का काराेबार चलाने में इसके मददगार हैं, उनके साथ यहां शराब व कबाब की महफिलें तक सजाई जाती हैं।
अवैध कालाेनाईज़राें के साथ इसका है तगड़ा नैटवर्क
इस प्राईवेट करिंदे का नैटवर्क कितना बड़ा है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में अवैध कालाेनियां काटने वाले लगभग सभी कालाेनाईज़राें के साथ इसका उठना-बैठना है। और उनकी सभी अवैध कालाेनियाें की रजिस्ट्रियां करवाने में इसकी बहुत बड़ी भूमिका है। आयकर विभाग अगर इस मामले की जांच करता है, ताे कई बेनामी संपत्तियाें एवं बड़े लेन-देन की जानकारी भी प्राप्त हाे सकती है।
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