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मुबारकपुर की “कष्णा एन्कलेव” में खेला गया जालंधर का सबसे बड़ा फर्जीवाड़े का खेल खेलने वाले कालोनाईज़र का खुला चैलंज !

PUBLISH DATE: 27-12-2025

कहा, पूरा प्रशासन मेरी मुट्ठी में, मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता, मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक !


 


जालंधर, 27 दिसंबर : अवैध कॉलोनियों के काले कारोबार को बेनकाब करने वाली खबर मीडिया में आने के बाद भी लंबा पिंड क्षेत्र के चर्चित कॉलोनाइज़र के हौसले कम होने का नाम नहीं ले रहे। उल्टा, करोड़ों रुपये के इस घोटाले का आरोपी कॉलोनाइज़र अब खुलेआम सरकार और प्रशासन को चुनौती देता नजर आ रहा है।


सूत्रों के मुताबिक, खबर प्रकाशित होने के बाद उसने तहसील स्तर के कुछ कर्मचारियों के सामने दबंग लहजे में यह तक कह दिया कि पूरा प्रशासन मेरी मुट्ठी में है, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है। यह बयान न सिर्फ सिस्टम की साख पर करारा तमाचा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे अवैध कॉलोनाइजेशन का यह खेल राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण की छाया में फलता-फूलता रहा। गौरतलब है कि इसी कॉलोनाइज़र पर पुडा (PUDA) की जमीन को नगर निगम की बताकर सैकड़ों रजिस्ट्रियां कराने, करोड़ों के राजस्व नुकसान और जनता के साथ धोखाधड़ी के गंभीर आरोप हैं।


हालांकि कालोनाईज़ खुलकर कुछ भी बोलने से गुरेज कर रहा है, मगर धोखाधड़ी में उसका साथ देने वालों के सामने वह खोखली शेखी बघारकर उन्हें यह कह रहा है कि आपको घबराने की ज़रूरत नहीं, उसका कोई भी कुछ बिगाड़ नहीं सकता है।


प्रशासन की कथित निष्क्रियता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है कालोनाईज़ का बयान


सूत्र बताते हैं कि मीडिया में मामला उजागर होने के बाद जहां आम लोगों को सख्त कार्रवाई की उम्मीद जगी थी, वहीं कॉलोनाइज़र का यह बयान प्रशासन की कथित निष्क्रियता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्या वास्तव में सिस्टम इतना बेबस है, या फिर जानबूझकर आंखें मूंदी जा रही हैं ? स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलोनाइज़र का यह घमंड दरअसल उसके उस भरोसे को दर्शाता है, जो अब तक किसी भी ठोस कार्रवाई के अभाव में और मजबूत होता गया है। लेकिन इतिहास गवाह है कि जब पाप का घड़ा भर जाता है, तो उसका छलकना तय होता है। कानून की पकड़ देर से ही सही, मगर मजबूत होती है—और वही दिन बुराई के अंत की शुरुआत होता है।


बड़ा सवाल - प्रशासन इस खुली चुनौती को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ेगा या नहीं ?


अब सवाल यह नहीं है कि घोटाला हुआ या नहीं, सवाल यह है कि जालंधर का प्रशासन इस खुली चुनौती को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ेगा या नहीं। क्या दबंग कॉलोनाइज़र के दावों को सच साबित होने दिया जाएगा, या फिर इस बार कार्रवाई कर यह संदेश दिया जाएगा कि कानून से ऊपर कोई नहीं ? जनता की निगाहें अब प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं क्योंकि अगर इस बार भी चुप्पी रही, तो यह सिर्फ एक कॉलोनाइज़र की जीत नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की हार मानी जाएगी। वैसे यह कहना भी गल्त नहीं होगा कि हमारा प्रशासन हर बार किसी औपचारिक शिकायत का इंतज़ार करता रहता है और अपने स्तर पर सू-मोटो कारवाई करने से गुरेज करता है जिस वजह से ऐसे लोगों के हौंसले बुलंद होते रहते हैं।


 


पुडा की जगह में नगर निगम की  क्लासिफिकेशन के दम पर  200 से अधिक रजिस्ट्रियां करवाने के लिए 70 लाख की रिश्वत देने की शिकायत होगी दर्ज 


 



भाजपा एनआरआई सैल पंजाब के को-कन्वीनर एवं समाज सेवक गौरव लूथरा ने दैनिक सवेरा से विशेष बातचीत में बताया कि वह बहुत जल्दी ही एक विस्तृत शिकायत-पत्र प्रदेश के सीएम, एफसीआर, चीफ सैक्रेटरी, डीजीपी पंजाब, विजीलैंस विभाग एवं डीसी जालंधर के पास भेजने जा रहे हैं। ताकि जालंधर के सबसे बड़े घोटालों में से एक के सभी दोषियों के खिलाफ बनती कानूनी कारवाई करने के लिए इसकी हाई-प्रोफाईल जांच करवाई जाए। क्योंकि यह जांच का विषय है कि पुडा द्वारा 2021 में पत्र जारी करने का बाद कैसे इस इलाके की रजिस्ट्रियां हो गई और बाद में पटवारी ने इंतकाल भी दर्ज कर दिए। गौरव लूथरा ने कहा कि अगर ज़रूरत महसूस हुई तो वह माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर करेंगे, ताकि पिछले 5 सालों में जितनी रजिस्ट्रियां जालंधर में हुई हैं, उनकी पड़ताल करके इस स्कैंडल से पर्दा हटाया जा सके।


 


यह कोई छोटा मामला नहीं, अगर सही जांच हो तो सरकार को मिल सकता है 100 करोड़ से ऊपर का राजस्व – अभिषेक बख्शी


 



समाज सेवक एवं युवा नेता अभिषेक बख्शी ने दैनिक सवेरा से विशेष बातचीत में कहा कि तहसील में चल रहा करप्शन का खेल जड़ से उखाड़ना है तो इस मामले की तह तक जाना होगा। इतना ही नहीं यह कोई छोटा मामला नहीं है और अगर इस मामले की सही जांच की जाए तो सरकार को कम से कम 100 करोड़ा का राजस्व प्राप्त हो सकता है, जिसकी चोरी करके कुछ अधिकारी व कालोनाईज़र करोड़पति बन चुके हैं।


 


देखें पुडा द्वारा 2021 में जारी किए गए पत्र का कापी