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जालंधर में बड़ा सवाल: गौतम जैन द्वारा सील इमारत नए कमिश्नर के आते ही खुली, लोगों में रोष, हाईकोर्ट जाने की तैयारी

PUBLISH DATE: 26-12-2025

जालंधर में अवैध निर्माण का बड़ा मामला: सील बिल्डिंग खुली, बनी 5 मंजिला कामर्शियल इमारत


जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) के कमिश्नर संदीप ऋषि (IAS) से लाडोवाली रोड स्थित संत नगर में रेलवे फाटक के पास बन रही एक अवैध 5 मंजिला कामर्शियल इमारत को लेकर इलाके के लोगों ने एक बार फिर शिकायत की है। लोगों का आरोप है कि यह इमारत पहले नगर निगम द्वारा सील की गई थी, लेकिन कमिश्नर के बदलते ही न केवल सील खोल दी गई, बल्कि दो और मंजिलें बनाकर इमारत को पांच मंजिला कर दिया गया।


सील बिल्डिंग कैसे खुली?


संत नगर वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान और जनरल सेक्रेटरी के नेतृत्व में मोहल्ले के लोग निगम कमिश्नर से मिले। उन्होंने बताया कि रजनी गुप्ता और राजेश कुमार बंसल द्वारा गली के मोड़ पर अवैध रूप से यह इमारत खड़ी की गई। निर्माण शुरू होते ही शिकायत के बाद नगर निगम ने इसे अवैध घोषित कर सील किया था।


यहां तक कि तत्कालीन कमिश्नर ने मौके पर जाकर खुद निर्माण रुकवाया था।


कमिश्नर बदलते ही फिर शुरू हुआ निर्माण


मोहल्ले के लोगों का कहना है कि कुछ महीने पहले कमिश्नर बदलने के बाद इस इमारत की सील हटाई गई और दो अतिरिक्त मंजिलें बना दी गईं। आरोप है कि अब तक नगर निगम की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।


गली पर कब्जा, पानी की निकासी ठप


स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि इमारत मालिक ने गली पर अवैध कब्जा कर लिया है, जिससे आसपास की सभी गलियां बंद हो गई हैं। इसके कारण इलाके में पानी की निकासी पूरी तरह बाधित हो चुकी है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


एक हफ्ते का अल्टीमेटम, कोर्ट जाने की चेतावनी


आज मोहल्ले के लोग मेयर वनीत धीर और कमिश्नर संदीप ऋषि से मिले। कमिश्नर ने मामले में कार्रवाई के लिए एमटीपी मेहरबान सिंह को आदेश दिए हैं।


इलाके के लोगों ने साफ कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे कोर्ट का रुख करेंगे। इस मामले में मेयर, कमिश्नर, एमटीपी, एटीपी, इंस्पेक्टर और बिल्डिंग मालिक को पार्टी बनाया जाएगा।


सवाल बड़ा है:


क्या जालंधर नगर निगम अवैध निर्माण पर सख्त कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?